चित्रगुप्त पूजा दीपावली के बाद कार्तिक मास की शुक्‍ल द्वितीया के दिन की जाती है.



इस दिन कायस्‍थ लोग कागज, कलम और दवात की पूजा करते हैं.



चित्रगुप्त भगवान की पूजा करने से आपकी बुद्धि तेज होती है,



और कार्यक्षेत्र में तरक्‍की और उन्‍नति होती है.



हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि का आरंभ



14 नवंबर को दोपहर 2 बजकर 36 मिनट से होगी



और इसका समापन 15 नवंबर दोपहर 1 बजकर 45 पर समाप्त होगी.



पूजा का शुभ महूर्त 10 बजकर 48 मिनट से 12 बजकर 13 मिनट तक रहेगा.



अमृत काल मुहूर्त शाम 5 बजे से से 6 बजकर 36 तक है.



ऐसी मान्‍यता है कि इस दिन लोग अपने काम के सामान की पूजा करते हैं.