चातुर्मास का आरंभ आषाढ़ माह में होता है. आज से चातुर्मास शुरू हो चुका है.

चातुर्मास का समय भगवान विष्णु का शयन काल माना जाता है. चातुर्मास की अवधि 4 महीने की होती है.

चातुर्मास में कुछ उपाय करने से सुख-शांति आती है. मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए भी यह महीना खास होता है.

इस माह साधना, सेवा, ध्यान, पूजा-व्रत और दान करना उत्तम माना जाता है. लक्ष्मी मंत्र और विष्णु सहस्त्रनाम पाठ करना लाभकारी होता है.

चातुर्मास में ब्रजधाम की यात्रा करना शुभ होता है. इस माह में माता लक्ष्मी और श्रीहरि की उपासना करनी चाहिए.

चातुर्मास में दान-पुण्‍य का विशेष महत्‍व बताया गया है. इन महीनों में धन, वस्त्र, छाता, चप्पल और अन्न का दान करना चाहिए.

चातुर्मास के दौरान ब्रह्म मुहूर्त में उठना शुभ माना जाता है. इन महीनों में घर की अच्छे से साफ-सफाई करनी चाहिए.

चातुर्मास में अन्न और गौ दान जरूर करना चाहिए. ऐसा करने से अटका हुआ धन भी वापस आ जाता है.

चातुर्मास के दौरान श्रीमद् भागवत कथा का पाठ करना शुभ होता है. इससे जीवन में सुख-शांति बनी रहती है.