समय देखने के लिए हम अपनी कलाई में बंधी घड़ी देखते हैं

इसके अलावा मोबाइल में या दीवार पर लगी घड़ी से भी समय देखते हैं

हमारे सारे काम घड़ी में तय समय के हिसाब से होते हैं

घड़ी के समय के अनुसार हम अपने काम को बांटते हैं

लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि घड़ी से पहले लोग समय कैसे देखते थे

तब लोगों को समय का अनुमान लगाने में कितनी दिक्कत होती होगी

घड़ी के आविष्कार से पहले सूरज की रोशनी से लोग समय का अनुमान लगाते थे

लेकिन समस्या तब होती थी जब आसमान में बादल छाए होते थे

इसकी वजह से लोग कई बार समय का सही अनुमान नहीं लगा पाते थे

बाद में समय की जानकारी के लिए जल घड़ी का उपयोग किया गया.