Rolls-Royce की एक गाड़ी के बनने में कितना समय लगता है? रोल्स-रॉयस की कारें अपने लग्जरी फीचर्स के लिए जानी जाती हैं. ये गाड़ियां बेहतर परफॉर्मेंस के साथ कंफर्ट भी देती हैं. भारत में इस लग्जरी कार के कई मॉडल शामिल हैं. रोल्स-रॉयस फैंटम से लेकर कलिनन तक भारतीय बाजार में मौजूद हैं. रोल्स-रॉयस की तरफ से साल 2020 में एक रिपोर्ट पेश की गई थी, जिसमें खुलासा किया गया था कि इस कंपनी की एक गाड़ी के बनने में करीब 6 महीने का समय लगता है. रोल्स-रॉयस की हर एक गाड़ी को उसके मालिक के मुताबिक ही डिजाइन किया जाता है. कार मालिक जैसा चाहता है वैसा ही कलर और इंटीरियर इस गाड़ी को दिया जाता है. रोल्स-रॉयस ब्रांड की गाड़ियों के लिए 44,000 कलर ऑप्शन मौजूद हैं. इसके अलावा भी कार के खरीदार किसी और रंग की डिमांड भी कर सकते हैं. रोल्स-रॉयस की कार में बैठकर लोगों को स्टारलाइट स्काई वाला फील भी मिलता है. इसे आप अपने मूड के मुताबिक बदल भी सकते हैं. भारत में मौजूद रोल्स-रॉयस की सबसे महंगी कार कलिनन है. इस कार की एक्स-शोरूम प्राइस 10.50 करोड़ रुपये से शुरू है. रोल्स-रॉयस कलिनन से पहले फैंटम सबसे महंगी गाड़ी थी. ये गाड़ी भी एक शानदार लग्जरी कार है. रोल्स-रॉयस की गाड़ियां भारतीय बाजार की शान बनी हुई हैं. भारत में इसकी सभी गाड़ियां करोड़ों में बिकती हैं.