धार्मिक महत्व – शमी वृक्ष शिव और शनि देव को प्रिय है.

शनि से संबंध – शमी शनि देव के क्रोध को शांत करता है.

पूजन का समय – शनिवार, सूर्योदय से पहले.

जल अर्पण विधि – स्नान कर तांबे/पीतल के पात्र से जड़ में जल चढ़ाएं.

दीपक प्रथा – तिल के तेल का दीपक वृक्ष के नीचे जलाएं.

मंत्र जाप – “ॐ शं शनैश्चराय नमः” या “ॐ नमः शिवाय”.

पत्तों का प्रयोग – शिवलिंग पर शमी पत्ते चढ़ाएं.

वस्त्र और भाव – स्वच्छ वस्त्र और श्रद्धा जरूरी है.

शनि दोष में लाभ – मान्यता है कि शमी पूजन से राहत मिलती है.

विवेक आवश्यक – आस्था के साथ विशेषज्ञ की सलाह भी लें.