साल 2025 में होली का त्योहार 14 मार्च 2025 को मनाया जाएगा.



होली का पर्व फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाएगा.



होली के त्योहार में लोग बड़े चाव से गुजिया बनाते और खाते हैं.



होली के त्योहार पर गुजिया खाने की परंपरा है.



क्योंकि इसे भगवान श्री कृष्ण को भोग लगाने के लिए बनाया जाता है.



मान्यता है कि सबसे पहले ब्रज में ही होली के दिन गुजिया का भोग लगाया गया था.



मान्यता है कि फाल्गुन महीने की पूर्णिमा को बुंदेलखंड के लोगों ने भगवान कृष्ण को आटे की लोई में चाश्नी डालकर भोग लगाया था.



मान्यता है कि गुजिया का चलन सबसे पहले ब्रज से ही आया था.



ब्रज में ही होली के दिन पहली बार गुजिया का भोग लगाया गया था.



तब से होली के दिन गुजिया खाने की परंपरा की शुरुआत हुई है.