साल 2025 का यूनियन बजट 1 फरवरी
को आने वाला है.


आज के दौर में भारत सरकार के वित्त मंत्री ही जनता
देश की अर्थव्यवस्था के मुख्य संचालक होते हैं.


देव काल में सैन्य और राज्य खर्च संचालित करने
की जिम्मेदारी कोषाध्यक्ष कुबेर देवता की थी.


कुबेर को धन का देवता माना गया है. ये धन के रक्षक हैं.



कहते हैं पृथ्वी के भीतर छिपे खजाने की देख-रेख
भी कुबेर ही करते हैं.


ब्रह्मा जी ने कुबेर को समस्त संसार की संपत्ति का
स्वामी बनाया है.


दिवाली पर धन और संपन्नता के लिए
कुबेर की विशेष पूजा होती है.


कुबेर की दिशा उत्तर मानी गई है, घर में कुबेर यंत्र की
पूजा करन से धन के भंडार भर जाते हैं.