सूर्य ग्रहण को कभी भी नग्न आंखों से नहीं देखना चाहिए.
ये आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है.


ग्रहण के दौरान बाल नहीं कटवाने चाहिए, साथ ही
बाहर की यात्रा न करें.


सूर्य ग्रहण के दौरान खाना बनाने से परहेज करें, जो तरल
पदार्थ हैं उसमें ग्रहण से पहले ही तुलसी या कुशा डाल दें.


तुलसी और कुशा को बेहद पवित्र माना जाता है, इससे
भोजन दूषित नहीं होता.


सूर्य ग्रहण के दौरान पूजनीय पौधे तुलसी, पीपल, बरगद,
बेल, आंवला इनमें जल अर्पित न करें.


ग्रहण के शुरू होने से समाप्त होने तक मंत्रों का उच्चारण
करना चाहिए, खासकर गायत्री मंत्र या महामृत्युंजय जाप.


इससे जीवन में ग्रहण दोष नहीं लगता और आसपास की
ऊर्जा सकारात्मक बनी रहती है.


सूर्य ग्रहण में राहु का प्रभाव बढ़ जाता है, ऐसे में ग्रहण के
सूर्य ग्रहण में राहु का प्रभाव बढ़ जाता है, ऐसे में ग्रहण के