शनि देव की बुरी दृष्टि या अशुभ छाया से बचने के लिए
ज्योतिष में कई उपाय बताए गए हैं.


क्योंकि जिनपर शनि की ढैया या साढ़ेसाती का प्रभाव होता है,
उन्हें शनि का प्रकोप झेलना पड़ता है.


शनि की अशुभ छाया पड़ जाने से सेहत से लेकर
नौकरी-व्यापार में परेशानियां रहती हैं.


कहा जाता है कि सप्तऋषियों ने एक-एक अनाज से
शनि देव की पूजा की थी.


इसके बाद से ही शनि देव को सप्तधान या
सतनाजा बहुत प्रिय हो गया.


सतनाजा में सात तरह के अनाज जैसे- गेहूं, जौ, चावल, तिल,
कंगनी, उड़द और मूंग होते हैं.


शनि जयंती या शनिवार के दिन सप्तधान को नीले रंग के कपड़े में
बांधकर शनि मंदिर में दान कर दें.


सतनाजा से जुड़े इस उपाय को करने से शनि की
अशुभ छाया का प्रभाव दूर होता है.