काकभुशुण्डि रामायण का एक पात्र है.



काकभुशुण्डि को भुशुंडी भी कहा जाता है.



काकभुशुण्डि को राम के एक भक्त के रूप में दर्शाया गया है.



भगवान ने जब माता पार्वती को रामायण की कथा सुनाई तो यह कथा एक कौवे ने भी सुन ली.



उसी कौवे का पुनर्जन्म काकभुशुण्डि के रुप में हुआ.



लोमश ऋषि के शाप के चलते काकभुशुण्डि कौवा बन गए.



कौवे के रूप में काकभुशुण्डि गरुड़ को रामायण की कहानी सुनाते हैं.



काकभुशुण्डि को चिरंजीवियों में से एक के रूप में वर्णित किया गया है.



जो हिंदू धर्म में एक अमर व्यक्ति जो वर्तमान कलियुग के अंत तक पृथ्वी पर जीवित रहेगा.