प्रेमानंद महाराज ने जीवन में सफल होने का मूल मंत्र बताया है.



महाराज जी कहते हैं कि मेरी नौकरी में मिनट का समय भी मेरे पास नहीं है.



आपको गंदे आचरण से मुक्ति दिलाने के लिए दिन रात बिना थके भगवत प्राप्ति का ज्ञान देता हूं.



महाराज जी कहते हैं कि बीमार होने के बाद अपनी दिनचर्या का पालन करता हूं.



जीवन में विजय वही होता है, जो दिन रात मेहनत करके अपने आपको थका ले.



परिश्रम के बल पर अपने अंदर नई और अच्छी चीजों को आत्मसात करें.



वही जो लोग आलस से भरे रहते हैं, उन्हें जीवन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.



मनुष्य जीवन और उनकी ये सांस बेहद कीमती है. हर सांस नाम जप में लगा दो.



शरीर की पूरी ताकत से दूसरे लोगों की सेवा करो. फिर देखो भगवान मिल जाएंगे.