गुस्से को शांत करने का एक ही उपाय है कि हम सोचें की हमारा उसके प्रति क्या कर्तव्य है.



हमें बस मेहनत करते रहना है, सफलता-असफलता तो ऊपरवाले के हाथ में है, वह हमें क्या बनाना चाहता है.



मन को शांत करने के लिए सबसे पहले उसे प्रेम से भरना होता है.



वर्तमान में जीने से ही मानसिक शांति मिलती है, क्योंकि अतीत और भविष्य केवल भ्रम हैं.



जो लोग सत्य की राह पर चलते हैं, उन्हें निंदा और बुराई का अवश्य सामना करना पड़ता है.



संसार के मायाजल में फंसाने के लिए लाखों लोग हैं, लेकिन संसार से निकालकर ईश्वर से मिलाने वाला एकमात्र गुरु है.



जिनकी जवानी तपमय है, उनकी वृदावस्था आनंद में बीतेगी.
और जिसकी जवानी भोगमय है, उसे वृदावस्था में तकलीफ सहना होगा.


कामना संपूर्ण पापों, संतापों, दुखों और जन्म-मरण की जड़ है. इसीलिए कामना को त्याग दो.



हर किसी में भगवान को देखो, प्रेम से भरी आत्मा ही ईश्वर को प्राप्त कर सकती है.