नवरात्रि का पहला दिन मां शैलपुत्री की पूजा के लिए समर्पित है. उन्हें शुद्ध घी या सफेद मिठाई का भोग अर्पित करें.

यह भोग दीर्घायु और अच्छे स्वास्थ्य का आशीर्वाद देता है. इस दिन का शुभ रंग सफेद होता है, जो शांति और पवित्रता का प्रतीक है.

सफेद वस्त्र पहनकर पूजा करने से सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है. मां को केतकी और चमेली के फूल चढ़ाना शुभ होता है.

ॐ देवी शैलपुत्र्यै नमः मंत्र का 108 बार जाप करें. घी का दीपक जलाने से घर में समृद्धि आती है.

कन्या पूजन करने से देवी की कृपा प्राप्त होती है. मानसिक शांति के लिए चंद्रमा की पूजा करें.

मां के भजन-कीर्तन से घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है. जल में केसर मिलाकर स्नान करने से सौभाग्य बढ़ता है.

तुलसी दल अर्पित करने से सुख-शांति बनी रहती है. मां की उपासना करने से सभी बाधाएं दूर होती हैं.

श्रद्धा और भक्ति से की गई पूजा अवश्य फल देती है. नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा से हर मनोकामना पूरी होती है.

व्रत रखने से शरीर और मन दोनों शुद्ध होते हैं. माता को फल, दूध और मिठाई का भोग लगाने से विशेष फल मिलता है.

इस दिन घर में साफ-सफाई और शुद्ध वातावरण बनाना जरूरी है. सच्चे मन से की गई पूजा से मां शैलपुत्री की कृपा हमेशा बनी रहती है.