मां शैलपुत्री के लिए शुभ रंग है पीला.
मां शैलपुत्री को गुड़ और चने का भोग लगाया जाता है.


सुबह और शाम को मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है.
मां शैलपुत्री के लिए मंत्र है ॐ शैलपुत्र्यै नमः


नवरात्रि का पहला दिन मां शैलपुत्री की पूजा के लिए समर्पित है.
मां शैलपुत्री की पूजा विधि स्नान, ध्यान, और आरती के साथ की जाती है.


मां शैलपुत्री को गुलाब और गेंदा के फूल चढ़ाए जाते हैं.
मां शैलपुत्री की पूजा के लिए आवश्यक सामग्री है दीपक, धूप, और अक्षत.


मां शैलपुत्री की पूजा का महत्व नवरात्रि के दौरान समझाया जाता है.
मां शैलपुत्री की पूजा से लाभ होता है जैसे कि सुख, समृद्धि, और स्वास्थ्य.


मां शैलपुत्री की पूजा के नियम हैं जैसे कि स्नान, ध्यान, और आरती.
मां शैलपुत्री की पूजा का समय है सुबह और शाम.


मां शैलपुत्री की कथा नवरात्रि के दौरान सुनी जाती है.
मां शैलपुत्री की महिमा नवरात्रि के दौरान गाई जाती है.






मां शैलपुत्री की पूजा का महत्व है जैसे कि सुख, समृद्धि, और स्वास्थ्य.
मां शैलपुत्री की पूजा से सुख मिलता है.


मां शैलपुत्री की पूजा से स्वास्थ्य मिलता है.
मां शैलपुत्री की पूजा से समृद्धि मिलती है.