भगवान नरसिंह श्री हरि विष्णु के चौथे अवतार थे.



जिन्होंने हिरण्यकश्यप के वध के लिए धरती पर अवतरण लिया था.



इस खास तिथि पर भगवान नरसिंह जी की विशेष पूजा करने का विधान है.



ऐसे में आइए जानें नरसिंह जयंती डेट, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि.



हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि 21 मई को शाम 05 बजकर 39 मिनट पर प्रारंभ होगी.



और इसका समापन अगले दिन यानि 22 मई 2024 को शाम 06 बजकर 47 मिनट पर होगा.



नरसिंह जयंती पर भगवान नरसिंह की पूजा शाम के समय करने का विधान है.



इस दिन आप पूजा शाम को 04 बजकर 24 मिनट से शाम 07 बजकर 09 मिनट तक के बीच में कर सकते हैं.



नरसिंह जयंती के दिन सुबह उठें और स्नान कर साफ वस्त्र धारण करें.



इसके बाद भगवान सूर्य देव को जल अर्पित करें. मंदिर की साफ-सफाई करें और गंगाजल का छिड़काव कर शुद्ध करें.



अब चौकी पर भगवान नरसिंह जी की प्रतिमा विराजमान करें.



फिर व्रत का संकल्प लें. भगवान को मिठाई, फल, केसर, फूल और कुमकुम जरूर अर्पित करें.



घी का दीपक जलाकर आरती और मंत्रों का जाप करें.



अंत में विशेष चीजों का भोग लगाएं और लोगों में प्रसाद का वितरण करें.



अपनी श्रद्धा अनुसार गरीब लोगों में भोजन और कपड़ों का दान भी करें.