होली प्राचीन पर्व है, जिसे केवल हिंदू नहीं बल्कि मुगल भी खेलते थे.

बाबर, अकर, बहादुर शाह ज़फर भी होली खेला करते थे.

मुगल बादशाह अकबर के शासनकाल में होली मनाई जाती थी.

बाबर ने जब लोगों को होली खेलते देखा तो अचंभित रह गए.

बाबर ने अपने पंसदीदा रंग से एक पूल भर दिया.

कहा जाता है कि अकबर को पिचकारी इकट्ठा करने का शौक था.

होली के समय अकबर महल से बाहर आकर लोगों के साथ होली खेलते थे.

शाहजहां ने तो होली को ईद-ए-गुलाबी का नाम दिया था.