मौनी अमावस्या पर मौन व्रत रखते का विधान है.

चुप रहने की स्थिति को मौन कहते हैं.

शास्त्रों में मौन रहने के कई लाभ बताए गए हैं.

मौन में शांति, करुणा, प्रेम, मित्रता, आनंद सबका उदय होता है.

जानते हैं मौन को लेकर भगवान बुद्ध के विचार.

बुद्ध के शब्द मौन का सृजन करते हैं, क्योंकि बुद्ध मौन की प्रतिमूर्ति हैं.

बुद्ध कहते हैं क्रोध में हजारों शब्द बोलने से अच्छा है मौन रहना.

बुद्ध के अनुसार मौन जीवन में शांति लाता है.

मौन से मन शांत होता है और मन की शक्ति बढ़ती है.

मौन रहने से मन की एक अवस्था में प्रश्न होते हैं और दूसरी अवस्था में उत्तर.