12 वर्षों से लंबे इंतजार के बाद प्रयागराज में कुंभ मेला लगा है.

वहीं महाकुंभ का महासंयोग तो 144 वर्षों में एक बार बनता है.

इसलिए महाकुंभ में संगम स्नान के लिए करोड़ों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं.

जानते हैं आखिर महाकुंभ में स्नान करने से क्या होता है?

प्रयागराज में गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों का संगम है.

इसलिए त्रिवेणी संगम पर स्नान का महत्व काफी बढ़ जाता है.

कुंभ स्नान से पापों का नाश होता है और मोक्ष प्राप्ति होती है.

साथ ही कुंभ में किए स्नान से आत्मिक शुद्धि भी होती है.

महाकुंभ में स्नान और तर्पण करने पितरों को मोक्ष मिलता है.

संगम स्नान से मन की अशुद्धियां भी दूर होती है.