महाकुंभ के महापर्व का शुभारंभ हो चुका है.



महाकुंभ का पहला अमृत स्नान मकर संक्रांति के दिन हुआ था.



अब महाकुंभ का दूसरा अमृत स्नान 29 जनवरी को प्रयागराज में होगा.



महाकुंभ में साधु और साध्वी अमृत स्नान करने जाते हैं.



पर इस बार महाकुंभ में कुछ खास होने जा रहा है.



महाकुंभ के दूसरे अमृत स्नान में आकर्षण का केंद्र एक स्वर्ण सिंहासन हो गया है.



महाकुंभ के सेक्टर 14 में स्थापित यह स्वर्ण सिंहासन है श्री पंच दशनाम आवाहन अखाड़े के पीठाधीश्वर अवधूत बाबा आचार्य महामंडलेश्वर अरुण गिरी का.



सोने की चौंधिया देने वाली इसकी चमक और उसमें की गई नक्काशी हर किसी का मन मोह लेगी.



आवाहन अखाड़े के महा मंडलेश्वर स्वामी प्रकाशानंद बताते हैं कि आचार्य महामंडलेश्वर अरुण गिरी जी स्वर्ण आभूषण धारण करते है.



उनके एक शिष्य ने उनकी इसी पहचान को देखते हुए उन्हें यह स्वर्ण सिंहासन भेंट किया है जिसको नक्काशी का यह स्वरूप देने में चार महीने लगे हैं.