केदारनाथ में मौजूद शिवलिंग को जागृत महादेव कहते हैं, इसके पीछे एक रहस्य है.

कहा जाता है कि एक बार एक भक्त दर्शन के लिए केदारनाथ पहुंचा था.

जब वह पहुंचा तो मंदिर के कपाट अगले 6 माह के लिए बंद हो रहे थे.

लेकिन भक्त मंदिर के बाहर रहकर ही इंतजार करने लगा.

सुबह होते ही उसने देखा कि पंडितों की मंडली कपाट खोलने आ रही है.

दरअसल संन्यासी बाबा के रूप में शिव ने अपने भक्त को दर्शन दिया था.

भगवान ने अपनी योग माया से कालखंड को छोटा कर दिया,

जिससे कि छह माह का समय एक रात में ही बीत गया.

इसलिए केदारनाथ में मौजूद शिवलिंग को जागृत महादेव कहते हैं.