आजकल युवाओं में कान छिदवाने का चलन है



कान छिड़वाने की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है,



16 संस्कारों में से एक है कर्ण संस्कार



कान छिदवाने से शरीर में ऊर्जा का प्रवाह अच्छे से होता है.



जिसकी कुंडली में राहु कमजोर स्थिति में हो,



जिसकी कुंडली में चंद्रमा नीच अवस्था में हो.



ऐसे लोगों को कर्ण छेदन अवश्य कराना चाहिए.



जो बच्चे ज्यादा शरारती हों या फिर बार-बार बीमार पड़ रहा हों.



ऐसे बच्चों को भी कर्ण छेदन कराना चाहिए.



कर्ण छेदन करने से चंद्रमा, राहु और केतु मजबूत होती हैं.