संतान की रक्षा और दीर्घायु के लिए जितिया व्रत रखा जाता है.



जीवित्पुत्रिका व्रत में जीमूतवाहन देवता की पूजा की जाती है.



यह कठिन व्रतों में एक है जो पूरे तीन दिनों तक चलता है.



जितिया व्रत की शुरुआत नहाय खास ये होती है पारण के बाद समाप्त होती है.



24 सितंबर को जितिया का नहाय-खाय है और 25 सितंबर को निर्जला व्रत रहेगा.



वहीं 26 सितंबर 2024 को जितिया व्रत का पारण किया जाएगा.



जितिया का पारण 26 सितंबर सुबह 4:35 से 6:10 के बीच किया जाएगा.



वैसे जितिया व्रत का पारण सूर्योदय के बाद ही करना चाहिए.