फाल्गुन पूर्णिमा पर होलिका दहन का त्योहार मनाया
जाता है. होलिका दहन 13 मार्च 2025 को है.


होलिका दहन को बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न
मनाते हैं.


होलिका दहन पर भद्रा काल जरुर देखा जाता है. ज्योतिष
शास्त्र के अनुसार भद्रा में होलिका दहन करना अशुभ होता है.


धार्मिक मान्यता है कि भद्रा काल में होलिका दहन करने
पर सुख-शांति पर बुरा असर पड़ता है.


13 मार्च को भद्रा पूंछ शाम 06.57 से रात 08.14 तक
रहेगा. इसके बाद भद्रा मुख रात 10.22 मिनट तक रहेगा.


होलिका दहन के लिए 13 मार्च को रात 11.26 से देर
रात 12.30 मिनट का शुभ मुहूर्त है.


भद्रा शनि की बहन मानी जाती है. भद्रा का स्वभाव
बेहद उग्र रहता है, तभी भद्रा काम में शुभ काम नहीं करते.


भद्रा काल में किए गए मांगलिक कार्य कभी सफल नहीं होते.