और सही ज्योतिषीय नुस्खे के साथ इन रत्नों को धारण करने से जीवन में बाधाएं दूर हो सकती हैं.
अशुभ प्रभावों को कम करने और शुभ प्रभावों को बढ़ाने के लिए पहना जाता है.
साढ़ेसाती और ढैय्या के नकारात्मक प्रभावों से राहत मिलती है.
व्यक्ति को सफलता की सीढ़ियों पर चढ़ाने में मदद कर सकता है.
संपत्ति और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है.
तो यह नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है.
सलाह के बाद ही धारण करना चाहिए.
चांदी या पंच धातु में जुड़वाया जा सकता है.
शहद और गंगाजल के मिश्रण में शुद्ध किया जाता है .