Tata Steel Vande Bharat Express Fact Check: कई सोशल मीडिया साइट्स और मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के 22 कोच को बनाने के लिए टाटा स्टील को रेलवे से 225 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला है. इसको लेकर दोनों में करार भी हुआ है. सोशल मीडिया पर काफी यूजर्स इन दावों को शेयर करते हुए खुशियां मना रहे हैं. हालांकि, टाटा स्टील ने इन दावों को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. आइये आपको इन दावों की असली सच्चाई से रूबरू करवाते हैं और इसकी हकीकत के बारे में विस्तृत जानकारी देते हैं.


क्या दावा हो रहा वायरल?
शाश्वत अमरेव नाम के एक ट्विटर यूजर ने रतन टाटा और वंदे भारत ट्रेन का ग्राफिक शेयर किया है. इस ट्वीट के कैप्शन में यूजर ने लिखा कि टाटा का स्वर्ण युग! टाटा स्टील अगले साल भारत में 22 से अधिक वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का निर्माण करेगी, जो अपनी गति और उन्नत सुविधाओं के लिए जानी जाती हैं.





एक अन्य ट्विटर यूजर ने ट्वीट में लिखा कि भारतीय रेलवे ने आने वाले वर्ष में देश की सबसे तेज और सुविधा संपन्न वंदे भारत एक्सप्रेस की 22 ट्रेनों के निर्माण के लिए टाटा स्टील के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं.






वायरल दावे की सच्चाई
दरअसल, पिछले दिनों से इस मामले पर किये जा रहे दावों को टाटा स्टील ने सिरे नकार दिया है. रिपोर्टों का खंडन करते हुए टाटा स्टील ने बताया कि रेलवे ने वंदे भारत ट्रेन के कोच बनाने का कोई ऑर्डर नहीं दिया है. टाटा स्टील के मुताबिक, वह वंदे भारत ट्रेन के लिए सीट और इंटरनल पैनल को बना रही है. टाटा स्टील के टेक्नोलॉजी एंड न्यू मैटेरियल्स बिजनेस के वाइस प्रेसिडेंट देवाशीष भट्टाचार्जी ने स्पष्ट किया है कि टाटा स्टील को वंदे भारत रेल के 23 कोचों के लिए हल्के वजन वाली सीटों और 16 कोचों के लिए फाइबर-प्रबलित पॉलिमर कंपोजिट-आधारित इंटीरियर पैनल की आपूर्ति के लिए रेलवे से 225 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला है.


भट्टाचार्जी ने साफतौर पर कहा कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार टाटा स्टील को वंदे भारत ट्रेनों के कोच बनाने का ऑर्डर मिला है, जो पूरी तरह से गलत और निराधार है. टाटा स्टील ने राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर (रेलवे) द्वारा निष्पादित एक प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के माध्यम से सीटें और इंटीरियर पैनल ऑर्डर प्राप्त किया है. हम प्रतिष्ठित ऑर्डर के लिए एल1 के रूप में उपस्थित हुए.


भट्टाचार्जी ने कहा कि हम पहले ही कुछ ट्रेनों के लिए सामान की आपूर्ति कर चुके हैं. बेंगलूर-मैसूर क्षेत्र में पहले से ही फाइबर-प्रबलित बहुलक समग्र डिजाइन वाली सीटों का उपयोग किया जा रहा है. पूरे ऑर्डर को 2023 में पूरा करना है. रेल मंत्रालय के अधीन इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) इन हाई स्पीड ट्रेनों का निर्माण चेन्नई में कर रहा है. इसी आईसीएफ फैक्ट्री को टाटा स्टील पूरे भारत में फैली अपने पार्टनर फैसिलिटी के जरिए कंपोजिट सॉल्यूशंस सप्लाई करेगा.


टाटा स्टील का ट्वीट
इसको लेकर टाटा स्टील ने अपने वेरिफाइड ट्विटर हैंडल से एक पोस्ट किया है.





ट्वीट के कैप्शन में लिखा कि मेक इन इंडिया पहल के तहत हमने वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए विश्व स्तरीय सीटिंग सिस्टम और आंतरिक समाधान बनाने के लिए फाइबर प्रबलित कंपोजिट को नियोजित किया है. वास्तव में भारत की प्रगति की दिशा में एक बड़ा प्रभाव!


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