Imran Khan Fact Check: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को इस्लामाबाद की एक अदालत ने तोशखाना मामले में उनके अभियोग के बिना वापस जाने की अनुमति दी थी, क्योंकि उन्होंने अदालत परिसर के बाहर अपनी उपस्थिति दर्ज की थी. जब अदालत की सुनवाई के लिए पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान इस्लामाबाद जा रहे थे, तभी पुलिस उनके घर में घुस गई और पार्टी के 30 से अधिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया. इस बीच सोशल मीडिया पर एक शख्स की गाड़ी से बंदूक लहराते हुए आपत्तिजनक तस्वीर वायरल हो रही है. कुछ यूजर्स ने तस्वीर शेयर करते हुए दावा किया कि यह शख्स पीटीआई का समर्थक है और मार्च 2023 में खान के नेतृत्व में एक चुनावी रैली में बंदूक लेकर चला था.

पाकिस्तानी पत्रकार ने ट्वीट में किया था दावाएक प्रसिद्ध पाकिस्तानी पत्रकार और एंकरपर्सन मुबाशेर लुकमान ने सबसे पहले 8 मार्च को तस्वीर शेयर करने वाले पहले शख्स थे, जिस दिन इमरान खान ने लाहौर में अपनी चुनावी रैली स्थगित कर दी थी और जब उनके समर्थकों पर पुलिस ने हमला किया था, तब लुकमान ने वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए ट्वीट में लिखा कि पीटीआई कानून का पालन करने वाली पार्टी है.

उनका ये ट्वीट वायरल हो गया है और इसे 2,500 से ज्यादा बार शेयर किया जा चुका है. इस ट्वीट और इसी तरह के अन्य दावों को यूजर्स अपने हिसाब से शेयर कर रहे हैं.

वायरल दावे की सच्चाईइस तस्वीर की सच्चाई में हमने पाया कि ये पूरी तरह से फर्जी और भ्रामक है. इमरान खान के समर्थक की तस्वीर में एडिटिंग के जरिये बंदूक को जोड़ने का काम किया गया है. तस्वीर की सत्यता जानने के लिए हमने इमेज सर्च किया, जिसमें हमें गेट्टी इमेजेस पर असली तस्वीर मिली, जिसे 15 अगस्त, 2014 को सोशल मीडिया पर पब्लिश किया गया था और इस तस्वीर में कोई बंदूक नहीं दिख रही थी.

फोटो के कैप्शन में लिखा है कि पाकिस्तानी क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) या मूवमेंट फॉर जस्टिस के समर्थक 15 अगस्त, 2014 को आजादी (स्वतंत्रता) मार्च में भाग लेने के लिए इस्लामाबाद पहुंचे. 15 अगस्त, 2014 को इमरान खान ने तत्कालीन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के इस्तीफे के लिए दबाव डालने के लिए 370 किलोमीटर लंबी यात्रा 'आज़ादी मार्च' का आयोजन किया था. कुल मिलाकर ये दावा फर्जी है और ये तस्वीर एडिटेड है.

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