Nobel Peace Prize Fact Check: सोशल मीडिया पर एक खबर तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें कई मीडिया संगठनों की तरफ से नार्वे की नोबेल समिति के उपाध्यक्ष असले टोजे को लेकर ये दावा किया जा रहा है कि उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को नोबेल शांति पुरस्कार के सबसे बड़े दावेदार बताया है. ऐसी न्यूज के वायरल होने के बाद से असले टोजे ने एक वीडियो के माध्यम से इसको लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. वहीं, इस वीडियो को कांग्रेस के बड़े  ट्विटर हैंडल से शेयर कर रहे हैं. आइये हम आपको बताते हैं वायरल न्यूज को लेकर किये जा रहे दावे का असली सच.

क्या न्यूज हो रही वायरलमेघ अपडेट्स नाम के एक वेरिफाइड ट्विटर हैंडल पर 15 मार्च, 2023 को नोबेल समिति के उपाध्यक्ष असले टोजे की एक फोटो शेयर की गई थी. पोस्ट के कैप्शन में लिखा गया कि पीएम नरेंद्र मोदी नोबेल शांति पुरस्कार के सबसे बड़े दावेदार हैं. वह विश्व शांति के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं और विश्व-शांति व्यवस्था को पुनर्स्थापित करने की क्षमता भी रखते हैं.

इसके अलावा, तमाम सोशल मीडिया यूजर्स इसको अपने हिसाब से शेयर कर रहे हैं.

क्या है वायरल दावे की सच्चाईपीएम नरेंद्र मोदी नोबेल शांति पुरस्कार के सबसे बड़े दावेदार हैं. असले टोजे ने इसे फेक न्यूज कहते हुए सिरे से खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि नोबेल शांति पुरस्कार के प्रबल दावेदार के रूप में पीएम मोदी का कोई उल्लेख नहीं था. इसको लेकर टोजे का वीडियो तमाम लोगों ने शेयर किया है. कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भी वीडियो शेयर करते हुए टोजे का बयान लिखा कि मैं नोबेल समिति का उप नेता हूं. एक फेक न्यूज ट्वीट किया गया, चलो इस पर चर्चा न करें, इसे हवा न दें. मैं स्पष्ट रूप से इनकार करता हूं कि मैंने जो कुछ भी कहा यह उससे मिलता-जुलता कुछ भी कहा था.

टोजे ने क्या कहा थावायरल न्यूज के बाद एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में टोजे ने कहा कि एक फर्जी समाचार ट्वीट भेजा गया था. मुझे लगता है कि हमें इसे सभी फर्जी खबरों के रूप में लेना चाहिए. यह नकली है, इसकी चर्चा न करें या इसे ऊर्जा या हवा या ऑक्सीजन न दें. मैं स्पष्ट रूप से इनकार करता हूं कि मैंने उस ट्वीट से मिलता-जुलता कुछ भी कहा था. इस इंटरव्यू की वीडियो क्लिपिंग अन्य ट्विटर पेजों पर उपलब्ध है, लेकिन एएनआई के ऑफिसियल पेज पर नहीं है और न ही एएनआई के ट्विटर पेज पर उपलब्ध दावे को खारिज करने वाला उनका कोई ट्वीट है.

देखें टोजे का बयानएएनआई को दिए इंटरव्यू में टोजे ने रूस को परमाणु हथियारों के उपयोग के परिणामों की याद दिलाने के लिए भारत के हस्तक्षेप की सराहना की. उन्होंने कहा कि भारत अपनी वैश्विक जिम्मेदारी उठाने और शक्ति की ताकत बनने के लिए तैयार है. पीएम मोदी पर बहुत महत्वपूर्ण बात करते हुए उन्होंने कहा कि वह यह देखकर खुश हैं कि पीएम मोदी अपनी शक्ति का उपयोग मानव जाति को वापस देने के लिए कर रहे हैं और यह कि मोदी दुनिया में शांति के सबसे विश्वसनीय चेहरों में से एक हैं.

बता दें टोजे साल 2012-2018 से नॉर्वेजियन नोबेल संस्थान में अनुसंधान निदेशक थे और 5 सदस्यीय नॉर्वेजियन नोबेल समिति के उपाध्यक्ष हैं, वह साल 2024 तक इस पद पर रहेंगे.

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