कोरोना से लड़ाई में कौन मारेगा बाजी- अमेरिका या चीन ? | Abhigyan Ka Point
ABP News Bureau | 07 May 2020 06:15 PM (IST)
दुनियाभर में कोरोना ने तबाही मचा कर रखी है और इसका सबसे बुरा असर दुनिया की अर्थव्यवस्था पर पड़ा है. कोरोना से पैदा हुए आर्थिक हालात को 1929 के 'द ग्रेट डिप्रेशन' से भी भयंकर बताया जा रहा है. दुनिया का ये हाल तब है जब किसी के पास कोरोना का कोई इलाज नहीं है. जाहिर है भविष्य में जब भी कोरोना खत्म होगा तो दुनिया वैसी नहीं रहेगी जैसी पहले थी.
कोरोना से पहले भी स्लोडाउन था लेकिन इस वायरस के प्रकोप के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था की कमर ही टूट गई है. ऐसे में सबके केंद्र में दुनिया की दो अर्थव्यवस्थाएं हैं- चीन और अमेरिका. इन दोनों देशों के बीच का 'ट्रेड वॉर' भी किसी से छुपा नहीं है. अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप कोरोना के लिए बार-बार चीन को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं, तो वहीं चीन भी पलटवार करने में पीछे नहीं है. एक तरफ जहां कोरोना से अमेरिका में हालात और बदतर होते जा रहे हैं तो वहीं चीन में अब सब कुछ धीरे-धीरे नॉर्मल हो चला है.
कोरोना से दोनों देशों के बीच तल्खी आ गई है लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि ये सब खत्म होने के बाद किसकी साख दुनिया में बनी रहेगी और कौन रह जाएगा पीछे?
कोरोना से पहले भी स्लोडाउन था लेकिन इस वायरस के प्रकोप के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था की कमर ही टूट गई है. ऐसे में सबके केंद्र में दुनिया की दो अर्थव्यवस्थाएं हैं- चीन और अमेरिका. इन दोनों देशों के बीच का 'ट्रेड वॉर' भी किसी से छुपा नहीं है. अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप कोरोना के लिए बार-बार चीन को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं, तो वहीं चीन भी पलटवार करने में पीछे नहीं है. एक तरफ जहां कोरोना से अमेरिका में हालात और बदतर होते जा रहे हैं तो वहीं चीन में अब सब कुछ धीरे-धीरे नॉर्मल हो चला है.
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