'एक मां होना मुझे सबसे ज्यादा प्रेरणा देता है'- पहली भारतीय पैरा एथलीट Deepa Malik | ABP Shakti Samman
ABP News Bureau | 07 Mar 2020 03:15 PM (IST)
दीपा मलिक- वो नाम जो जिंदगी में कभी ना हारने की सीख देता हैं.. वो शख्स जो धारा के विपरीत बहा और छा गया. दीपा मलिक राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार हासिल करने वाली पहली भारतीय पैरा एथलीट हैं. 30 साल की उम्र में पैरालिसिस का अटैक, जिसके बाद 31 ऑपरेशन हुए लेकिन दीपा व्हीलचेयर से उठ ना सकी. इसके बाद भी दीपा ने हार नहीं मानी और कुछ कर दिखाने का फैसला किया और खेल के मैदान में उतर गईं.
दीपा जब जब व्हीलचेयर पर खेल के मैदान में उतरी तो हाथ में पकड़े भाला और शॉटपुट से लक्ष्य ही नहीं भेदा.. उन लोगों के सवालों को भी भेद दिया जिन्होंने उनकी हिम्मत पर सवाल उठाए. दीपा के रिकॉर्ड उनको मिले अवॉर्ड जज्बे की नायाब कहानी कहते हैं. एक सैन्य अफसर की पत्नी और दो बच्चों की मां.. उन सबके लिए एक मिसाल है जो कमजोर वक्त में टूटकर बिखर जाते हैं.
दीपा दुनिया को मिसाल दे रही हैं कि जिंदगी टूटकर बिखरने का नाम नहीं, अपने खून के आखिरी कतरे तक कुछ कर गुजरने का नाम है.
#DeepaMalik #ABPShaktiSamman #InternationalWomensDay #ChitraRajagopal #WomensDay2020
दीपा जब जब व्हीलचेयर पर खेल के मैदान में उतरी तो हाथ में पकड़े भाला और शॉटपुट से लक्ष्य ही नहीं भेदा.. उन लोगों के सवालों को भी भेद दिया जिन्होंने उनकी हिम्मत पर सवाल उठाए. दीपा के रिकॉर्ड उनको मिले अवॉर्ड जज्बे की नायाब कहानी कहते हैं. एक सैन्य अफसर की पत्नी और दो बच्चों की मां.. उन सबके लिए एक मिसाल है जो कमजोर वक्त में टूटकर बिखर जाते हैं.
दीपा दुनिया को मिसाल दे रही हैं कि जिंदगी टूटकर बिखरने का नाम नहीं, अपने खून के आखिरी कतरे तक कुछ कर गुजरने का नाम है.
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