Sanatan Dharma: कानपुर में 'सनातन संवाद', 'जाति' पर 'जगद्गुरु' का बड़ा बयान
एबीपी न्यूज़ डेस्क | 12 Jul 2025 02:18 PM (IST)
एबीपी न्यूज़ ने अपने विशेष कार्यक्रम 'सनातन संवाद' के लिए कानपुर के श्री गंगा वैली रिज़ॉर्ट को चुना. इस कार्यक्रम में भरत बरासिया और वनीषा बरासिया ने सनातन के वास्तविक अर्थ पर चर्चा की. उन्होंने बताया कि सनातन का अर्थ है जो अनादि और अनंत है, जो कभी शुरू नहीं हुआ और न कभी खत्म होगा. यह केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें प्रकृति, तर्क, विज्ञान, आत्मा और आध्यात्मिकता सब कुछ शामिल है. सनातन वह है जहाँ प्रश्न करना पाप नहीं, बल्कि प्रोत्साहित किया जाता है. यह हर युग में प्रासंगिक है, रामायण में मर्यादा, महाभारत में विवेक और आज के युग में जिम्मेदारी के रूप में दिखाई देता है. कार्यक्रम में आनंद श्री विभूषित जगद्गुरु रामानन्दाचार्य स्वामी सतीशाचार्य जी महाराज ने भी अपने विचार रखे. उन्होंने कानपुर की आध्यात्मिक विरासत पर प्रकाश डाला, बताया कि यह वाल्मीकि आश्रम, ब्रह्मव्रत घाट और माता गंगा का स्थान है, जहाँ ब्रह्मा जी ने सृष्टि का निर्माण प्रारंभ किया था. महाराज जी ने धर्म और राजनीति के समन्वय पर भी बात की और जातीय परंपरा को 'अपभ्रंस' और 'कुप्रचार' बताया. उन्होंने कहा कि सब एक हैं और व्यक्ति की पहचान उसके कार्य से होती है, नाम से नहीं. उन्होंने कुंभ मेले का उदाहरण देते हुए समरसता के दर्शन को समझाया, जहाँ सभी लोग एक साथ स्नान करते हैं.