Caste Row: Etawah से Motihari तक जातिवाद का 'जहर', Dhirendra Shastri का बड़ा बयान
एबीपी न्यूज़ डेस्क | 02 Jul 2025 11:42 AM (IST)
उत्तर प्रदेश के इटावा में एक ब्राह्मण कथावाचक की पिटाई का मामला सामने आया है. आरोप है कि यादव परिवार ने कथावाचक पंकज की पिटाई की. यह घटना पहले सामने आए एक मामले के बिल्कुल उलट है, जिसमें एक यादव कथावाचक की ब्राह्मणों के गांव में पिटाई हुई थी. दोनों ही पक्ष इसे गलतफहमी बता रहे हैं, लेकिन अभी तक किसी ने पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई है. कथावाचक पंकज ने न्याय की गुहार लगाई है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. उनका कहना है कि उन्होंने पहले शिकायत इसलिए नहीं की क्योंकि उन्हें लगा था कि मामला दब जाएगा, लेकिन अब वीडियो वायरल होने और बदनामी के बाद वे न्याय चाहते हैं. इस बीच, कथावाचकों की जाति को लेकर चल रही सियासत के बीच पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि देश को बचाने के लिए ऐसे विवादों और जातिवाद से ऊपर उठना होगा. धीरेंद्र शास्त्री ने जोर देकर कहा, 'देश को मिटाना हो तो जातिवाद पर चर्चा करो और देश को बनाना हो तो जातिवाद मिटाने पर चर्चा करो.' उन्होंने सभी नेताओं, संतों और भारतीय हिंदुओं से अपील की कि वे इस विवाद को सहज तरीके से सुलझाएं और इसे जाति-पात का मुद्दा न बनाएं, बल्कि राष्ट्रवाद के लिए कार्य करें. इटावा की घटना का असर बिहार के मोतिहारी तक भी देखने को मिला है. मोतिहारी के टिकुलिया गांव में ब्राह्मणों के पूजा-पाठ कराने पर रोक लगा दी गई थी. गांव की मुख्य सड़क पर एक बोर्ड लगाया गया था जिस पर लिखा था कि इस गांव में ब्राह्मणों को पूजा करना सख्त मना है और पकड़े जाने पर दंड के भागी होंगे. बिजली के खंभों पर भी यह चेतावनी लिखी गई थी. इस मामले में प्रदेश के गन्ना एवं उद्योग मंत्री कृष्णनंदन पासवान ने कड़ी निंदा की. पुलिस ने बोर्ड और खंभों पर लिखे विवादास्पद शब्दों को हटा दिया है और मामले की छानबीन शुरू कर दी है.