BRICS Summit: Pahalgam हमले पर BRICS का कड़ा रुख, Global South की आवाज बने PM Modi
एबीपी न्यूज़ डेस्क | 07 Jul 2025 07:42 AM (IST)
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के संयुक्त घोषणापत्र में पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की गई है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकियों और आतंकी संगठनों पर कार्रवाई की मांग भी की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद पर बात करते हुए कहा कि आतंकवाद मानवता के लिए एक बड़ी गंभीर चुनौती बन गया है। उन्होंने ब्रिक्स समिट के शांति और सुरक्षा सत्र में स्पष्ट किया कि आतंकवाद की निंदा करना हमारा सिद्धांत होना चाहिए और आतंकियों पर प्रतिबंध लगाने में कोई संकोच नहीं करना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुआ आतंकी हमला भारत की आत्मा, अस्मिता और गरिमा पर सीधा प्रहार था। यह हमला केवल भारत पर नहीं, बल्कि पूरी मानवता पर आघात था। संयुक्त घोषणापत्र में आतंकवाद के हर प्रारूप को खत्म करने की बात कही गई है, जिसमें क्रॉस बॉर्डर मूवमेंट, आतंकियों को मदद और आतंकी संगठनों को सुरक्षित ठिकाने देना शामिल है। प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई पर जोर देते हुए कहा कि आतंकवाद के पीड़ित और समर्थकों को एक तराजू में नहीं तौला जा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि निजी या राजनीतिक स्वार्थ के लिए आतंकवाद को मूक सहमति देना किसी भी अवस्था में स्वीकार नहीं होना चाहिए। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने ग्लोबल साउथ के विकासशील देशों की आवाज भी उठाई। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सहित सभी वैश्विक संस्थानों में सुधार पर जोर दिया और कहा कि कई देशों को वैश्विक मंच पर महत्व नहीं दिया जाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि ग्लोबल साउथ अक्सर दोहरे मापदंडों का शिकार हो रहा है, चाहे वह विकास, संसाधनों का वितरण या सुरक्षा से जुड़े विषय हों। बीसवीं सदी में बने वैश्विक संस्थानों में मानवता के दो तिहाई हिस्से को पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं मिला है। भारत अगले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा।