Bihar चुनाव के खत्म होते ही बंगाल में शुरु हो गई वोट बैंक की तैयारी? | Bengal Election | Mamata
पश्चिम बंगाल में चुनाव से पहले वोटर लिस्ट रिविजन का काम चल रहा है इस पर विवाद भी खूब हो रहा है, इस बीच ममता बनर्जी की पार्टी के विधायक हुमायूं कबीर ने एलान किया है कि वो 6 दिसंबर को मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद की नींव रखेंगे, 6 दिसंबर वही तारीख है जिस दिन अयोध्या में विवादित ढांचा गिराया गया था। हुमायूं कबीर का दावा है कि इस कार्यक्रम में पूरे देश से मुस्लिम समाज के नेता जुटेंगे। तीन साल में मस्जिद बनकर तैयार हो जाएगी। टीएमसी नेता का बयान जैसे ही सामने आया राजनीति में तूफान खड़ा हो गया। ममता बनर्जी और उनकी पार्टी पर बीजेपी ने तुष्टिकरण वाला आरोप फिर लगा दिया। बीजेपी का कहना है कि ममता बनर्जी सांप्रदायिक राजनीति की मिसाल हैं, उनके मन में हिंदुओं के लिए नफरत और अवैध प्रवासियों के लिए प्यार है। बीजेपी का ये भी कहना है कि वोट बैंक को बनाए रखने के लिए ममता बनर्जी की पार्टी के नेता ऐसी हरकतें कर रहे हैं पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव अगले साल मार्च अप्रैल में होने हैं, पिछले 14 साल से पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी मुख्यमंत्री हैं, बीजेपी बंगाल की सत्ता में एंट्री के लिए पूरा जोर लगा रही है। पश्चिम बंगाल में मुस्लिम वोट बैंक पर ममता बनर्जी की पार्टी की पकड़ सबसे मजबूत मानी जाती है, यही वजह है कि उन पर समय समय पर मुस्लिम तुष्टिकरण के आरोप लगते हैं अयोध्या में जो विवाद था उसका निपटारा देश की सबसे बड़ी अदालत ने कर दिया, सुप्रीम कोर्ट के फैसले को हर समुदाय ने माना, अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर भी 5 साल पहले बनकर तैयार हो गया। अब सवाल ये है कि बंगाल में चुनाव से पहले बाबरी का जिक्र क्यों किया जा रहा है, क्या बाबरी बहाना है और असली मकसद वोटबैंक बनाना है, चुनाव के रण में क्या ये तुष्टिकरण की कोशिश है? इन्हीं सवालों पर चर्चा के लिए मेहमान हमारे साथ जुड़ गए हैं लेकिन सबसे पहले इस मुद्दे पर राजनीति के मैदान का घमासान आप देख लीजिए...