Thuingleng Muiwa कौन हैं जिनकी मदद से सुलझ सकता है मणिपुर संग्राम | ABPLIVE
थुइंगलेंग मुइवा का जन्म 1934 में उखरूल जिले के सोमदल गांव में हुआ। वे **नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड (इसाक-मुइवा धड़ा) यानी NSCN(IM) के जनरल सेक्रेटरी और प्रमुख नेता हैं। वे दशकों से चल रहे नागा स्वायत्तता आंदोलन और ग्रेटर नागालिम की मांग के केंद्र में रहे हैं। इस आंदोलन में नागालैंड, मणिपुर, असम और अरुणाचल प्रदेश के नागा-बहुल क्षेत्र शामिल हैं। नागा समुदाय के लिए मुइवा सिर्फ एक उग्रवादी नेता नहीं हैं। वे पहचान, आत्मनिर्णयऔर क्षेत्रीय एकता की लड़ाई के प्रतीक हैं। उन्होंने भारत सरकार के साथ **शांतिवार्ता** में भी अहम भूमिका निभाई। **2015 का फ्रेमवर्क एग्रीमेंट**, भले अधूरा रहा, लेकिन वह एक **ऐतिहासिक प्रयास** था। मुइवा का प्रभाव केवल उग्रवाद तक सीमित नहीं है। उन्होंने नागा समाज में **राजनीतिक चेतना** और **सांस्कृतिक आत्मविश्वास** को बढ़ाया।