PF Money Withdraw: भारत में जो भी लोग नौकरीपेशा हैं. उन सबका पीएफ अकाउंट होता है. ईपीएफओ द्वारा चलाई जा रही यह सेवा एक प्रकार से भविष्य के लिए बचत योजना होती है. हर महीने सैलरी का 12 प्रतिशत हिस्सा इस खाते में जमा होता है. जिस पर सरकार की ओर से ब्याज भी दिया जाता है.  पीएफ खाता आपके भविष्य के लिए ही बचत योजना के तौर पर इस्तेमाल नहीं होता.

  


बल्कि जरूरत पड़ने पर आप इससे कभी भी पैसे निकाल सकते हैं.  उसके लिए आपको कुछ नियम कायदों का पालन करना होता है. और कुछ जरूरी शर्तें पूरी करनी होती हैं. इसके बाद ही आप अपने खाते से अमाउंट निकाल सकते हैं.  तो चलिए बताते हैं आप किन-किन मौकों पर कितने अमाउंट तक पीएफ खाते से पैसे निकाल सकते हैं.  


इलाज के लिए 


स्वास्थ्य सभी के जीवन के महत्वपूर्ण हिस्सा होता है. अगर किसी पीएफ खाताधारक को इलाज के लिए इमरजेंसी तौर पर रकम चाहिए होती है. तो वह पीएफ खाते से निकल सकता है. इसके लिए फॉर्म 31 जमा करना होता है और उसके साथ सी सर्टिफिकेट जमा करना होता है. जिस पर डॉक्टर और खाताधारक के साइन जरूरी होते हैं. इलाज के लिए 100000 रुपये तक एक बार में निकल जा सकते हैं.  


घर खरीदने के लिए


अक्सर लोगों को घर खरीदने के लिए पैसे की जरूरत होती है. ऐसे में आप अपने पीएफ खाते से पैसे निकाल सकते हैं. इसके लिए जरूरी शर्त है कि आपका पीएफ खाता 3 साल पुराना हो. घर खरीदने के लिए आप कुल अमाउंट का 90 फीसदी निकाल सकते हैं. आपको बता दें इस सुविधा का लाभ आप सिर्फ एक बार ही ले सकते हैं.  


घर रेनोवेशन के लिए


घर खरीदने के और जमीन खरीदने के अलावा आप अगर अपने फ्लैट या घर का रिनोवेशन करवा रहे हैं. तो उसके लिए भी आप पीएफ खाते से पैसे निकाल सकते हैं. इसके लिए जरूरी है कि आपने अपने पीएफ खाते में 5 साल तक कंट्रीब्यूट किया हो. रिनोवेशन के लिए आप अपनी मंथली सैलरी का 12 गुना तक अमाउंट निकाल सकते हैं. आप इस सुविधा का लाभ सिर्फ दो बार ही ले सकते हैं.  


होम लोन रिपेमेंट के लिए


अगर आपने होम लोन लिया है और आपको ईएमआई देने में पैसे कम पड़ रहे हैं. तो आप पीएफ खाते से इसके लिए पैसे निकाल सकते हैं. इसके लिए आपको कम से कम 3 साल तक की कंट्रीब्यूशन पीएफ खाते में जरूरी होती है. इसके लिए आप पीएफ फंड का कुल 90% निकाल सकते हैं. 


शादी के लिए भी निकाल सकते हैं


अक्सर शादी के लिए भी लोगों के पास पर्याप्त पैसे नहीं होते. ऐसे में पीएफ खाता उनकी मदद कर सकता है. कोई भी कर्मचारी खाते से शादी के लिए 50% तक योगदान के पैसे ब्याज के साथ निकाल सकता है. इसके लिए 7 साल तक सर्विस जरूरी होती है. अपनी शादी के अलावा कर्मचारी भाई और बहन की शादी के लिए पैसे निकाल सकते हैं. 


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