Tax Collection: आपने देखा होगा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकारें हजारों करोड़ रुपये की योजनाओं का ऐलान करती हैं. ऐसे में आपके मन में सवाल उठता होगा कि आखिर ये करोड़ों रुपये कहां से आते हैं. दरअसल इसका ज्यादातर हिस्सा जनता से ही टैक्स के रूप में आता है, जिसे योजनाओं के तौर पर सरकार लागू करती है. क्या आप जानते हैं कि सरकार के राजस्व में टैक्स की कितनी हिस्सेदारी होती है और सरकार कैसे लोगों से टैक्स वसूलती है?


कितने तरह के टैक्स वसूलती है सरकार?
सरकार की सबसे बड़ी कमाई टैक्स कलेक्शन से ही होती है. ये दो तरह से होता है पहला डायरेक्ट टैक्स और दूसरा इनडायरेक्ट टैक्स होता है. सरकार कई तरह के टैक्स वसूलती है, जिनमें- इनकम टैक्स, जीएसटी, कस्टम ड्यूटी, कॉर्पोरेट टैक्स, सरकारी बॉन्ड, नॉन डेट कैपिटल और कस्टम ड्यूटी आदि शामिल हैं. 


राजस्व में कितनी होती है टैक्स की भूमिका
कुल मिलाकर सरकार की कमाई में 60 से 70 फीसदी भूमिका टैक्स की होती है. अब आप सोच रहे होंगे कि बाकी के 30% पैसे कहां से आते हैं? इसके कई रास्ते हैं, आपकी रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल होने वाली हर चीज में सरकार की हिस्सेदारी होती है. यानी अगर आप अपना बिजली-पानी का बिल भरते हैं तो उसमें भी सरकार के खजाने में पैसा जाता है,  इसके अलावा लाइसेंस वितरण, पासपोर्ट-वीजा जैसे भी तरीके हैं. 


क्या कहते हैं आंकड़े?
अब आंकड़ों की बात करें तो वित्‍त वर्ष 2021-22 के केंद्रीय बजट में कुल कर राजस्व 22.17 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया गया था, अनुमान के मुकाबले कुल राजस्व संग्रह 27.07 लाख करोड़ रुपये रहा. जो बजट अनुमान से लगभग 5 लाख करोड़ रुपये ज्यादा था. ये पिछले साल के 20.27 लाख करोड़ रुपये के राजस्व संग्रह की तुलना में 34% ज्यादा था. यानी हर साल सरकार का खजाना टैक्स से आने वाले पैसे से भर रहा है और ये कलेक्शन लगातार बढ़ रहा है.