RRTS Corridor: दिल्ली गाजियाबाद मेरठ पर रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) कॉरिडोर का काम तेजी से चल रहा है. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) ने राजधानी दिल्ली में पड़ने वाले कॉरिडोर के हिस्सों के अंडरग्राउंड टनल में ट्रैक बिछाने का काम शुरू कर दिया है. आनंद विहार टनल से कार्य को पूरा करते हुए अब इस कार्य को न्यू अशोक नगर की तरफ बढ़ाया जाएगा.


आनंद विहार और न्यू अशोक नगर के बीच टनल का काम हुआ पूरा-


गौरतलब है कि दिल्ली-मेरठ रैपिडएक्‍स परियोजना के कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए अप और डाउन दोनों प्लेटफार्म पर कार्य को किया जा रहा है. आनंद विहार स्टेशन पर ट्रैक बिछाने का कार्य चल रहा है और इसे आगे बढ़ाते हुए न्यू अशोक नगर तक ले जाने की योजना है. इससे पहले NRCTC ने हाल ही में आनंद विहार से न्यू अशोक नगर के बीच टनल बिछाने के कार्य को पूरा किया है.


आनंद विहार से न्यू अशोक नगर एलिवेटेड स्टेशन से खिचड़ीपुर स्थित टनल रैंप के एलिवेटेड हिस्से के 2 किलोमीटर भाग में ट्रैक का काम पूरा किया जा चुका है. वहीं न्यू अशोक नगर स्टेशन से खिचड़ीपुर रैंप में ट्रैक बिछाने के कार्य को तेजी से किया जा रहा है. न्यू अशोक नगर से खिचड़ीपुर रैंप को जोड़ने के काम को पहले ही पूरा कर लिया गया है.


इन स्टेशनों का चल रहा निर्माण कार्य 


दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ के RRTS कॉरिडोर में सराय काले खां, न्यू अशोक नगर और आनंद विहार रैपिडएक्‍स स्टेशनों का निर्माण कार्य अलग चरण में पहुंच चुका है. इन सभी स्टेशनों में प्लेटफॉर्म का कार्य चल रहा है.


2025 तक तैयार होगी परियोजना


एनआरसीटीसी दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर को 2025 तक पूरा करना चाहती है. अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए यह दिन रात काम कर रही है. ध्यान देने वाली बात ये है कि इस कॉरिडोर में से साहिबाबाद-दुहाई सेक्शन का कार्य पूरा हो गया है. ऐसे में इसके उद्घाटन की तैयारियां चल रही हैं. इसके अलावा दिल्ली सेक्शन के कार्य को भी तेजी से पूरा करने का लक्ष्य है. अगले एक साल में यह परियोजना पूरी होने की संभावना है जिसके बाद साल 2024 के अंत से इस पर ट्रायल रन शुरू हो जाएगा और साल 2025 के जून से रैपिडएक्स को आम जनता के लिए खोलने का लक्ष्य है. इस परियोजना कुल 82 किलोमीटर लंबी है जिसमें से 14 किलोमीटर हिस्सा दिल्ली और 68 किलोमीटर का हिस्सा उत्तर प्रदेश में पड़ेगा.


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