Charges In LPG: एक समय था जब सभी के घरों में खाना लड़कियों को जलाकर मिट्टी के चूल्हों पर बनाया जाता था. लेकिन जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी आई. मिट्टी के चूल्हे सिर्फ गांवों तक ही सीमित होते गए. और अब आलम यह है कि गांव में भी एकाध ही घर ऐसे होंगे जहां मिट्टी के चूल्हे इस्तेमाल किए जाते हैं. अब लगभग सभी घरों में गैस सिलेंडर से चलने वाले चूल्हे इस्तेमाल किए जाते हैं. भारत में दो तरह के गैस चूल्हे इस्तेमाल किए जाते हैं. 


एक एलपीजी गैस चूल्हा और एक पीएनजी गैस चूल्हा. समान्यत: पीएनजी के मुकाबले एलपीजी गैस सिलेंडर चूल्हों के इस्तेमाल करने वाले लोग ज्यादा है.  एलपीजी गैस सिलेंडर लोग जब बुक करते हैं तो उन्हें इस बात का पता नहीं होता कि उसमें कितने चार्ज लगे हुए हैं. आज हम आपको एलपीजी गैस सिलेंडर में सम्मिलित होने वाले चार्ज के बारे में बताएंगे. 


शामिल होता है डिलीवरी चार्ज


आमतौर पर जब कोई एलपीजी गैस सिलेंडर बुक करता है तो गैस एजेंसी द्वारा उसके घर गैस सिलेंडर पहुंचा दिया जाता है. आप सोच रहे होंगे यह एजेंसी वालों का आपके ऊपर कोई परोपकार होता है तो ऐसा नहीं है. दरअसल आप जब सिलेंडर बुक करते हैं तब सिलेंडर के चार्ज के साथ आप उसे में डिलीवरी चार्ज भी पे करते हैं. 


यानी कि आपने गैस एजेंसी को गैस सिलेंडर आपके घर तक पहुंचाने के लिए पैसे पहले ही दे दिए होते हैं. हालांकि डिलीवरी चार्ज ऑलरेडी इंक्लूड होने के बाद भी कई जगहों पर यह मामला देखने को मिला है की डिलीवरी देने आने वाले गैस एजेंसी के डिलीवरी पार्टनर लोगों से एक्स्ट्रा पैसे चार्ज करते हैं. 


जीएसटी चार्ज भी होता है इंक्लूड


सरकार ने साल 2017 में अलग-अलग टैक्सों की झंझट को खत्म करते हुए जीएसटी टैक्स शुरू किया था. पहले जब कोई सिलेंडर बुक करता था तो उस पर कितने चार्ज लगे हैं यह बात क्लियर लिखकर नहीं आती थी. लेकिन अब जवाब सिलेंडर बुक करते हैं और उसकी रसीद हासिल करते हैं तब आप नीचे देखेंगे आपको सीजीएसटी और एसएसटी यानी केंद्रीय जीएसटी और स्टेट जीएसटी के तौर पर कितना चार्ज देना पड़ा है वह भी दिख जाता है. 


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