Ayushman Yojana Not Implemented: स्वास्थ्य सभी लोगों के जीवन का एक बेहद जरूरी हिस्सा होता है. बीमारियों में अक्सर लोगों के अच्छे खासे पैसे लग जाते हैं. बहुत से लोग पहले ही इससे बचने के लिए इंश्योरेंस की व्यवस्था करके चलते हैं. ताकि बीमारियों में या हेल्थ प्राॅब्लम होने पर उनपर अचानक से आर्थिक बोझ ना पड़ जाए. लेकिन बहुत से लोगों के पास इंश्योरेंस लेने के पैसे नहीं होते. 

ऐसे लोगों के लिए भारत सरकार की प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना का लाभ मिलता है. जिसके तहत 5 लाख रुपये तक फ्री इलाज की सुविधा दी जाती है. लेकिन आपको बता दें भारत के इस राज्य में लागू नहीं है. केन्द्र सरकार की यह स्कीम. जानें बावजूद इसके राज्य के लोगों को कैसे मिलता है फ्री इलाज की सुविधा का लाभ. 

पश्चिम बंगाल में लागू नहीं है योजना

साल 2018 में भारत सरकार ने प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना शुरू की थी. इस योजना के जरिए भारत सरकार की ओर से आयुष्मान कार्ड धारकों को 5 लाख रुपये तक के इलाज की सुविधा दी जाती है. देश के करोड़ों लोग सरकार की इस योजना का फायदा उठा चुके हैं. तो वहीं करोड़ों लोग आज भी इस योजना के जरिए लाभान्वित हो रहे हैं. देश के अधिकांश राज्यों में यह योजना लागू है.

 

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लेकिन आज भी कुछ राज्य हैं. जिनमें यह योजना लागू नहीं है. इनमें बात की जाए तो पश्चिम बंगाल राज्य शामिल है. केंद्र सरकार की यह योजना ममता बनर्जी सरकार ने अपने राज्य में लागू नहीं की है. और यही कारण है पश्चिम बंगाल के लोगों को प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के तहत फ्री इलाज का मौका नहीं मिल पाता. 

इस तरह मिलता है योजना का लाभ

भले ही पश्चिम बंगाल में भारत सरकार की प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना लागू नहीं हो. लेकिन ऐसा नहीं है कि पश्चिम बंगाल के लोगों को फ्री इलाज की सुविधा नहीं मिल पाती. पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार की ओर से अपने प्रदेश के लोगों के लिए स्वास्थ्य योजना चलाई जाती है.

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जिसमें उन्हें 5 लाख रुपये तक के कैशलेस इलाज का मौका मिलता है. इस योजना का नाम है स्वास्थ्य साथी योजना. पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से स्वास्थ्य साथी योजना में लाभ लेने के लिए डिजिटल कार्ड जारी किए जाते हैं. इन कार्ड को दिखाकर कोई भी अस्पतालों में जाकर इलाज करवा सकते हैं.

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