अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत भारतीय रेलवे यात्रियों की सुविधा के लिए देशभर के छोटे बड़े स्टेशन मिलाकर स्टेशनों का कायाकल्प कर रहा है. इनमें तमाम स्टेशनों पर एयरपोर्ट जैसी सुविधा मिलेगी. इनमें से 103 रेलवे स्टेशन पूरी तरह से रिडेवलप हो गए हैं और 22 मई को इनका उद्घाटन किया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मई को राजस्थान के बीकानेर में देशनोक रेलवे स्टेशन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 103 रेलवे स्टेशनों का उद्घाटन किया. इन सभी स्टेशनों को लगभग 1,100 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च करके नए रूप में तैयार किया गया है. इनमें से सबसे ज्यादा रेलवे स्टेशन उत्तर प्रदेश के हैं. वहीं दूसरे नंबर पर गुजरात और तीसरे नंबर महाराष्ट्र है. ऐसे में आइए जानते हैं कि क्या अमृत भारत योजना में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का भी कायाकल्प होगा और इसका अपडेट क्या है.
अमृत भारत स्टेशन योजना क्या है
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देशभर के तमाम स्टेशनों को एक अलग रूप देने की कोशिश की जा रही है. इन स्टेशनों को अलग-अलग थीम पर बनाया जाना है. जिसमें आर्ट और कल्चर के साथ वाइल्ड लाइफ की झलक भी देखी जा सकती है. दो साल पहले शुरू की गई अमृत भारत स्टेशन योजना का लक्ष्य देशभर में 1,300 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों को रीडेवलपमेंट करना, मॉर्डन सुविधाओं, स्थानीय संस्कृति और विरासत को अपग्रेड करना है. इस योजना के तहत देशभर के 1300 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों में यात्री सुविधाएं बेहतर की जा रही हैं जैसे वेटिंग एरिया, लिफ्ट, एस्केलेटर, डिजिटल बोर्ड, साफ टॉयलेट्स, कैफेटेरिया और सुरक्षा की अच्छी व्यवस्था.
इसके साथ रीडेवलपमेंट होने पर इन स्टेशनों पर सुंदर लैंडस्केप, इंटर मॉडल कनेक्टिविटी, बच्चों के खेलने को जगह, कियोस्क, फूड कोर्ट समेत मॉर्डन यात्री सुविधाएं अवेलेबल होगी. इस योजना के तहत हर स्टेशन की स्थानीय आर्ट और कल्चर को ध्यान में रखकर उसका डिजाइन तैयार किया जाना है. अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत स्टेशनों को रिडेवलप करने का कुल बजट 1 लाख करोड़ रुपये है. जिसमें साल 2023-24 में 8000 करोड़ रुपये और 2024-25 में 12993 करोड़ खर्च हुए हैं. इसके साथ ही साल 2025-26 बजट में रिडेवलपमेंट के लिए 12000 करोड़ दिए हैं.
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का कायाकल्प
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के री-डेवलपमेंट का काम शुरू हो गया है. इसके तहत नई दिल्ली रेलवे स्टेशन को एक विश्वस्तरीय स्टेशन बनाया जाएगा. इसका नया प्लान (ब्लूप्रिंट) तैयार हो चुका है और उसी के अनुसार काम शुरू भी कर दिया गया है. रेलवे अधिकारियों के अनुसार इस पूरे प्रोजेक्ट पर करीब 2700 से 3000 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इसके लिए स्टेशन का यूटिलिटी सर्वे भी किया जा रहा है ताकि काम में किसी तरह की तकनीकी दिक्कत न आए. इस पूरे प्रोजेक्ट को रेल लैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (RLDA) देख रही है. स्टेशन को नए रूप में तैयार करने का प्लान साफ हो चुका है. लेकिन कई चीजों की अनुमति अभी तक नहीं मिली है, जिसकी वजह से परियोजना का काम अभी रुका हुआ है.
नई योजना के मुताबिक स्टेशन के सभी 16 प्लेटफॉर्म को फिर से बनाया जाएगा. प्लेटफॉर्म पर अब स्टोन-लेस ट्रैक लगाए जाएंगे. सामान ले जाने के लिए एक टनल भी बनाई जाएगी ताकि सामान आसानी से प्लेटफार्म तक पहुंचाया जा सके. इसके अलावा स्टेशन के चारों ओर सात फ्लाईओवर और एक मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब बनाया जाएगा. साथ ही साफ टॉयलेट वेटिंग लाउंज और कैफेटेरिया भी बनाया जाएगा.
किन राज्यों में हुआ स्टेशनों का कायाकल्प
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत भारतीय रेलवे यात्रियों की सुविधा के लिए देशभर स्टेशनों का कायाकल्प कर रहा है. इनमें से 103 रेलवे स्टेशन पूरी तरह से रिडेवलप हो गए हैं. जिसमें उत्तर प्रदेश , गुजरात , महाराष्ट्र , राजस्थान, तमिलनाडु , मध्य प्रदेश , छत्तीसगढ़ , कर्नाटक , तेलंगाना , पश्चिम बंगाल , केरल, आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, पुडुचेरी के स्टेशन रिडेवलप हो चुके हैं. इन स्टेशनों पर यात्रियों को मिलने वाली सुविधाओं में वेटिंग रूम, साफ वॉशरूम, सुंदर लैंडस्केप, रूफ प्लाजा, कियोस्क, फूड कोर्ट, बच्चों के खेलने का स्थान आदि बनाए जा रहे हैं. इसके अलावा स्टेशनों तक आसानी से पहुंचने के लिए सड़कों को चौड़ा करना, बिना काम के स्ट्रक्चर को हटाना और पार्किंग सुविधाओं को भी बढ़ाया जा रहा है.
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