वैसे तो राहुल गांधी हमेशा ही RSS पर हमलावर रहते हैं, लेकिन इस बार उन्होंने RSS पर वार करने के लिए पाकिस्तान के उन मदरसों का नाम लिया, जिन्हें पूरी दुनिया में आतंक की फैक्ट्री के तौर पर पहचाना जाता है. संघ पर सवाल उठाने के लिए उन्होंने पाकिस्तान के साथ सऊदी अरब तक और मिस्र तक जिक्र किया. सवाल ये है कि क्या घर के सियासी घमासान में राहुल ने बाहर का तड़का लगाकर अपने ही वार को कमजोर कर लिया?