बच्चों की सुरक्षा मां-बाप की जिम्मेदारी होती है. खास तौर पर जब वह छोटे होते हैं और उन्हें सही गलत का फर्क मालूम नहीं होता. लेकिन क्या हो जब मां-बाप ही बच्चों को खतरों में डाल दें. फिर उन्हें कौन बचाएगा. सोशल मीडिया पर ऐसा ही एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें एक पिता ने अपने बच्चे को भरे ट्रैफिक में अपनी कर की स्टीयरिंग थमा दी है. सोशल मीडिया पर यह वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है. लोग इस पर काफ़ी कमेंट कर रहे हैं.
बच्चे को चलाने दी कार
भारत में कोई भी व्यक्ति कार या बाइक या कोई भी अन्य वाहन. 18 साल की उम्र के बाद जब उसका लाइसेंस बन जाएगा तभी चला पाएगा. अगर कोई इससे पहले सड़क पर वाहन चलाते हुए पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. बेंगलुरु से सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें एक छोटा सा बच्चा जिसकी उम्र करीब 7-8 साल लग रही है. महिंद्रा थार में बैठकर अपने पिता के साथ कहीं जा रहा है.
इसी बीच देखने को मिलता है कि पिता ने बच्चों को गोदी में लिया हुआ है और थार की स्टीयरिंग बच्चे के हाथ में. थोड़ी देर बाद जब ट्रैफिक आगे बढ़ता है तब भी स्टीयरिंग बच्चे के हाथ में होती और थार आगे की और बढ़ने लगती है. इस वाकये को बेंगलुरु के एक पत्रकार ने कमरे में कैद कर पुलिस को टैग करते हुए सोशल मीडिया पर डाल दिया.
लोग कर रहे हैं कमेंट
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर @sagayrajp नाम के पत्रकार ने इस वीडियो को अपलोड किया था. वायरल हो रहे हैं इस वीडियो को अब तक करीब 3 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है. इस पर लोगों की भी तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रहीं हैं. एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा, बहुत बढ़िया अब से मैं एमजी रोड से नहीं जाऊंगा. तो वहीं एक और यूजर ने कमेंट किया.
इस तरह के नियम तोड़ने पर अलग से क्रिमिनल सेक्शन होना चाहिए और माता-पीताओं को डॉक्टर को दिखाना चाहिए. तो वहीं एक यूजर ने आरटीओ के पूरे नियम ही बता दिए उन्होंने लिखा,आरटीओ के नियमों के मुताबिक उन्हें 3 महीने के लिए जेल में रहना चाहिए? यह ट्रैफिक नियमों में हत्या का प्रयास है, है ना? जानबूझ कर नाबालिग को दे रहे हैं गाड़ी.
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