Australian man's Israel divorce case: लोगों की शादियां या उनसे जुड़ी घटनाएं अक्सर चर्चा का विषय बन जाती हैं, लेकिन इज़राइल के सख्त कानून के कारण तलाक से जुड़ा एक मामला दुनिया भर में सुर्खियां बटोर रहा है. दरअसल 44 वर्षीय ऑस्ट्रेलियाई नागरिक नॉम हुपर्ट (Noam Huppert) के इज़रायल छोड़ने पर रोक लगा दी गई है. वजह है उनकी पत्नी. उनकी पत्नी ने उनके खिलाफ तलाक का केस दायर किया है, जिसे लेकर वहां कि अदालत ने नॉम के देश से बाहर जाने पर रोक लगा दी है. हालांकि इस मामले की ऑस्ट्रेलिया में काफी आलोचना की जा रही है.


8000 साल तक इज़रायल में कैद हुआ शख्स


पत्नी द्वारा तलाक की अर्जी ड़ालने के बाद अदालत ने नॉम हुपर्ट के इज़रायल छोड़ने पर रोक लगा दी है. कोर्ट ने शख्स को बच्चों के भरण-पोषण के मुआवज़े के तौर पर $3 मिलियन (लगभग 47 करोड़ रुपए) से अधिक का भुगतान करने या 31 दिसंबर, 9999 तक देश नहीं छोड़ने को कहा है. यानि हुपर्ट 8000 सालों तक इज़रायल में कैद हो गए है. जब तक नॉम अपने बच्चों के रखरखाव के लिए मुआवज़ा नहीं दे देते वह छुट्टी मनाने या काम के सिलसिले में भी देश छोड़कर नहीं जा सकते हैं. कोर्ट के इस फैसले को सुनकर व्यक्ति के होश उड़ गए, वह खुद को फंसा हुआ महसूस कर रहा है. ब्रिटिश जर्नलिस्‍ट मैरिएन अजीजी (Marianne Azizi) की मानें तो इस तरह की दिक्कतें अन्य ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों को भी हो सकती हैं, लिहाजा इस मामले को लेकर कुछ करने की जरूरत है.


नॉम हुपर्ट अब लोगों को करेंगे जागरुक


ऑस्ट्रेलियाई मीडिया से बात करते हुए नॉम हुपर्ट ने कहा कि मैं अब इस तरह के मामलों को लेकर अन्य लोगों को जागरुक करूंगा. साथ ही उन्हें जाल में फंसने से बचाऊंगा. उन्होंने आगे कहा, मेरी तरह और भी कई लोग है जो जानकारी नहीं होने के कारण परेशानी का सामना कर रहे हैं. इस तरह के मामलों को लेकर लोगों को जागरुक करने की जरूरत है.