Latest Trending News: आपने कोई सामान, गाड़ी या मोबाइल के गायब होने के बारे में कई बार सुना होगा और देखा भी होगा, लेकिन क्या कभी किसी आइलैंड के गायब होने के बारे में सुना है. आइलैंड भी छोटा-मोटा नहीं, बल्कि पूरे 22 किलोमीटर लंबा. आपको सुनकर हैरानी हो रही होगी, लेकिन पिछले कुछ दिनों से इस खबर की चर्चा खूब हो रही है. चलिए आपको भी बताते हैं क्या है पूरा मामला.


क्या है मामला


रिपोर्ट के मुताबिक, यह खबर सैंडी आइलैंड (Sandy Island) को लेकर है. इस आइलैंड को दुनिया 2 सदी तक धरती पर मानती थी, लेकिन हकीकत में ऐसा कुछ था नहीं. प्रशांत महासागर के बीच मिले इस आइलैंड को 1774 में स्वीकार किया गया था. 2  दशक से लोग इस नाम को ढो भी रहे थे, लेकिन अब इस रहस्य से पर्दा उठा है कि ऐसी कोई आईलैंड था ही नहीं.


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किसने किया था दावा


दरअसल, इस आइलैंड को ब्रिटिश कैप्टन जेम्स कुक ने तलाशने का दावा किया था. हालांकि तब इसे सैंडी आइलैंड (Phantom Island’s Truth) का नाम दिया गया था. कुछ समय पहले तक यह गूगल मैप पर भी था, बाद में कई रिसर्च के बाद इसके नकली होने का पता चला. अब गूगल मैप से भी हटा दिया गया है. अब तभी से इसकी चर्चा चल रही है.


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कई देशों के नक्शे में था


रिपोर्ट के अनुसार, कैप्टन जेम्स कुक ने दावा किया था कि 22 किलोमीटर लंबा यह आईलैंड 22 किलोमीटर लंबा और 5 किलोमीटर चौड़ा था. यह ऑस्ट्रेलिया के किनारे था, ऐसा दावा किया गया. यही नहीं वर्ष 1876 में वेलोसिटी नाम के एक जहाज ने भी इस आईलैंड के होने की बात कही थी. 19वीं सदी में ब्रिटेन और जर्मनी के नक्शे में भी यह था. अब अचानक इसके गायब होने से कई तरह की बातें की जा रहीं हैं.