सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर अपने अकाउंट्स की वेरिफिकेशंस का प्रोसेस अगले साल की शुरुआत में फिर शुरू करेगा, जिसके तहत एक्टिव और ऑथेंटिक यूजर्स के अकाउंट्स को 'ब्लू टिक' दिया जाएगा. ट्वीटर ने अपने पब्लिक वेरिफिकेशन प्रोग्राम को तीन साल पहले बंद कर दिया  था, क्योंकि कंपनी को रिएक्शन मिले थे कि कई लोगों को यह मनमाना और भ्रमित करने वाला लगा. हालांकि, ट्विटर ने स्पेशल केस में अकाउंट्स को ब्लू टिक देने जारी रखा.


24 नवंबर से 8 दिसंबर तक मांगे रिएक्शन
ट्विटर ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा, "एक साल बाद हमनें 2020 के अमेरिकी चुनाव के मौके पर सार्वजनिक बातचीत में ईमानदारी बनाए रखने के लिए इस काम को आगे बढ़ाया." माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म अब प्रक्रिया को फिर से शुरू कर रहा है और पब्लिक से 24 नवंबर से आठ दिसंबर 2020 तक अपनी नई वेरिफिकेशन पॉलिसी के ड्राफ्ट पर प्रतिक्रिया देने के लिए कहा है." ब्लॉग में कहा गया है कि इस नीति के आधार पर भविष्य में सुधार किए जाएंगे कि वेरिफिकेशन का मतलब क्या है, वेरिफिकेशन के लिए कौन योग्य है और "अधिक न्यायसंगत प्रक्रिया" सुनिश्चित करने के लिए क्यों कुछ अकाउंट्स वेरिफिकेशन खो सकते हैं


इन को मिलेगा ब्लू टिक
ट्विटर ने कहा, "हम 2021 की शुरुआत में एक नए पब्लिक एप्लीकेशन प्रोसेस के साथ वेरिफिकेशन को फिर से शुरू करने की प्लानिंग कर रहे हैं. प्रपोज्ड पॉलिसी के अनुसार ट्विटर पर ‘ब्लू वेरिफाइड बैज’लोगों को बताता है कि यह पब्लिक इंट्रेस्ट का एक जेन्युन अकाउंट है." ट्विटर ने कहा कि ब्लू टिक पाने के लिए अकाउंट 'रिमार्केबल और एक्टिव' होना जरूरी है. इसके तहत ट्विटर ने छह तरह के अकाउंट की पहचान की है, जिसमें सरकार, कंपनियां, ब्रांड और नॉन प्रॉफिट ऑर्गनाइजेशन, न्यूज़ मीडिया ट्विटर अकाउंट्स, एंटरटेनमेंट, ऐक्टिविस्ट, स्पोर्ट्स शामिल हैं.


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