वक्त के साथ आज स्मार्टफोन हमारी जरूरत बन गया है. हर छोटे से छोटा काम और बड़े से बड़ा व्यवसाय, सब कुछ आज स्मार्टफोन में सिमट कर रह गया है. बच्चों को पढ़ाई-लिखाई करनी हो, दफ्तर का कोई काम हो, बिजनेस में क्या कुछ चल रहा है वो जानना हो, स्टॉक मार्केट की अपडेट लेनी हो या दुनिया भर का हाल जानना हो, आज सब कुछ मोबाइल फोन पर उपलब्ध है. भारत में सबसे ज्यादा बजट स्मार्टफोन खरीदे और बेचे जाते हैं.


अमूमन आज हर व्यक्ति के हाथ में आपको एक स्मार्टफोन जरूर देखने को मिलेगा. भले ही व्यक्ति के पास रात के खाने का इंतजाम न हो लेकिन जैसे-तैसे करके उसने अपने लिए एक स्मार्टफोन जरूर खरीदा हुआ है. हर कोई अपनी जरूरत के हिसाब से स्मार्टफोन खरीदता है. कोई कैमरा देखता है, कोई रैम और स्टोरेज तो कोई बैटरी. आवश्यकताओं के अनुसार लोग स्मार्टफोन खरीदते हैं और ये बिल्कुल भी गलत नहीं है.


हर फोन के लिए होता है अलग चार्जर


जैसे-जैसे समय बदल रहा है वैसे-वैसे मोबाइल फोन में आने वाली टेक्नोलॉजी भी एडवांस हो रही है और इसमें मिलने वाले फीचर्स भी स्मार्ट हो रहे हैं. पहले जहां एक ओर मोबाइल फोन में कम एमएएच की बैटरी देखने को मिलती थी तो वहीं, अब 4 से 5000 एमएएच की बड़ी बैटरी आ रही है. इन बैटरी को चार्ज करने के लिए पहले जहां 5 से 10 वॉट के चार्जर मिलते थे. अब 50 से 200 और 250 वॉट तक के फास्ट चार्जर बाजार में आ रहे हैं. हर स्मार्टफोन के साथ एक चार्जर अमूमन सभी कंपनियां देती है.


अगर आप अपने मोबाइल के चार्जर से उसे चार्ज करते हैं तो इससे बैटरी लाइफ अच्छी रहती है और आपको बैटरी सपोर्ट लम्बे समय तक मिलता है. लेकिन आजकल आपने ये देखा होगा कि लोग घर या ऑफिस में किसी का भी चार्जर का इस्तेमाल कर लेते हैं या अगर वे अपना चार्जर लाना भूल जाते हैं तो किसी दूसरे का चार्जर उठाकर अपंने फोन पर लगा देते हैं. आज जानिए ऐसा करना कितना सुरक्षित है. अगर नहीं, तो इससे फोन की बैटरी को क्या-क्या नुकसान होता है वह भी जानिए. 


अपना चार्जर न लगाकर आप कर रहे हैं बड़ी गलती


-कई बार ऐसा होता है कि हमारे मोबाइल फोन का ओरिजिनल चार्जर खराब हो जाता है. ऐसे में हम बाजार से सस्ते चार्जर ले आते हैं. भले ही ये हमारे स्मार्टफोन को चार्ज कर देते हैं लेकिन ये ओरिजिनल चार्जर की तरह अच्छे नहीं होते और हमारी बैटरी लाइफ को धीरे-धीरे कम कर देते हैं.


-हर फोन का चार्जर अलग होता है. ऐसे में अगर आप दूसरे के फोन का चार्जर अपने में लगाते हैं तो इससे आपकी बैटरी खराब हो सकती है. क्योंकि हो सकता है कि आपकी बैटरी उस चार्जर को सपोर्ट न करती हो. बावजूद इसके अगर आप बार-बार वही चार्जर लगाकर बैटरी को चार्ज कर रहे हैं तो बैटरी के कंपोनेंट्स खराब हो सकते हैं या वे अच्छे से चार्ज नहीं होंगे. 


-दूसरों का चार्जर अगर आप इस्तेमाल करते हैं तो इससे बैटरी के खराब होने के चांसेस रहते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि हो सकता है कि आपकी बैटरी 10 वॉट का चार्जर सपोर्ट करती हो लेकिन अगर आप इससे ज्यादा वॉट के चार्जर से उसे चार्ज करेंगे तो इससे बैटरी पर दबाव पड़ेगा और फोन या तो फट सकता है या बैटरी खराब हो सकती है. इसीलिए हमेशा मोबाइल फोन के साथ आए चार्जर का इस्तेमाल करें क्योंकि ये बैटरी के हिसाब से डिजाइन किए गए होते हैं. ध्यान रखें, फास्ट चार्जिंग भी उसी मोबाइल पर सपोर्ट करेगी जिस मोबाइल फोन की बैटरी फास्ट चार्जर के लिए बनी हुई हो.


-दूसरों के चार्जर को इस्तेमाल करके अगर आप स्मार्टफोन चार्ज करते हैं तो कई बार हो सकता है कि आपका स्मार्टफोन जल्दी चार्ज हो जाए क्योंकि चार्जर ज्यादा वॉट का हो सकता है. लेकिन इससे लंबे समय में आपके बैटरी के खराब होने के चांसेस बढ़ जाते हैं क्योंकि बैटरी फास्ट चार्जर के अनुकूल नहीं है और इससे उस पर दबाव पड़ता है.


ध्यान रखें, हमेशा मोबाइल फोन के साथ दिए हुए चार्जर से ही अपने स्मार्टफोन को चार्ज करें. अगर आपका चार्जर किसी कारणवश खराब भी हो गया है तो बैटरी की सेहत को बनाए रखने के लिए हमेशा ओरिजिनल चार्जर ही खरीदें. कम पैसों के चक्कर में सस्ता चार्जर न लाएं क्योंकि ये आपकी बैटरी को खराब कर सकता है और फिर आपको लंबा खर्चा फोन पर करना पड़ेगा. 


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