MP3 Vs MP4: टेक्नोलॉजी की दुनिया में MP3 और MP4 जैसे शब्द हम अक्सर सुनते हैं. दोनों के नाम काफी हद तक एक जैसे लगते हैं, इसलिए कई लोग समझते हैं कि ये एक ही चीज हैं. लेकिन हकीकत में MP3 और MP4 के काम में ज़मीन-आसमान का फर्क है. अगर आप भी इन दोनों के बीच के असली अंतर को जानना चाहते हैं तो यह लेख आपके लिए ही है.

Continues below advertisement

MP3 क्या है?

MP3 का पूरा नाम MPEG Audio Layer-3 है. यह एक ऑडियो फाइल फॉर्मेट है जिसे खासतौर पर म्यूजिक या साउंड फाइल्स को कंप्रेस करने के लिए बनाया गया था. MP3 फाइल में साउंड क्वालिटी को बनाए रखते हुए साइज कम कर दिया जाता है ताकि इसे आसानी से डाउनलोड या शेयर किया जा सके. यही वजह है कि गाने डाउनलोड करने या सुनने के लिए सबसे ज़्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला फॉर्मेट MP3 ही है.

MP3 फाइल्स को लगभग हर डिवाइस—जैसे मोबाइल, लैपटॉप, कार स्टीरियो या म्यूजिक प्लेयर में चलाया जा सकता है. इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह कम स्पेस में ज्यादा गाने सेव करने की सुविधा देता है.

Continues below advertisement

MP4 क्या है?

MP4 का पूरा नाम MPEG-4 Part 14 है. यह सिर्फ ऑडियो नहीं बल्कि वीडियो, इमेज, सबटाइटल और ऑडियो सब कुछ एक साथ स्टोर करने वाला मल्टीमीडिया फाइल फॉर्मेट है. यानी जहां MP3 केवल आवाज़ तक सीमित है वहीं MP4 में आवाज़ के साथ वीडियो और ग्राफिक्स भी जोड़े जा सकते हैं.

MP4 फॉर्मेट को स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म जैसे YouTube, Netflix और सोशल मीडिया वीडियो के लिए इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि यह हाई-क्वालिटी वीडियो को छोटे साइज में संभाल सकता है.

दोनों में असली फर्क क्या है?

साधारण शब्दों में कहा जाए तो MP3 सिर्फ Audio है जबकि MP4 “Audio + Video” दोनों को सपोर्ट करता है.

  • MP3 का इस्तेमाल म्यूजिक सुनने के लिए किया जाता है.
  • MP4 का इस्तेमाल वीडियो देखने और शेयर करने के लिए.
  • MP3 में केवल साउंड डेटा होता है जबकि MP4 में वीडियो, साउंड, इमेज और टेक्स्ट सब कुछ शामिल होता है.

अगर आपको सिर्फ गाने सुनने हैं तो MP3 आपके लिए बेस्ट रहेगा. लेकिन अगर आप वीडियो फाइल्स, मूवीज या मल्टीमीडिया कंटेंट स्टोर करना चाहते हैं तो MP4 सही विकल्प है. नाम भले ही एक जैसे हों लेकिन काम के मामले में MP3 और MP4 एक-दूसरे से पूरी तरह अलग हैं.

यह भी पढ़ें:

YouTube पर एक चूक पड़ सकती है भारी! इस गलती से उड़ जाएगी पूरी कमाई, जानिए मॉनिटाइजेशन हटने के बड़े कारण