Twitter App based Authentication: अगर आपने ट्विटर ब्लू की सर्विस नहीं ली है तो 20 मार्च के बाद आप टेक्स्ट मैसेज बेस्ड टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन का लाभ नहीं लें पाएंगे. अगर आप फ्री वाला ट्विटर यूज कर रहे हैं तो इन दिनों आपको ऐप खोलने पर ये ऑप्शन जरूर दिखा होगा जहां आपको 2FA से टेक्स्ट मैसेज को हटाने के लिए कहा गया होगा. इस ऑप्शन को हटाने के बाद ट्विटर पर आपको 2FA के लिए केवल 2 ऑप्शन मिलेंगे जिसमें से पहला ऑथेंटिकेशन ऐप बेस्ड 2FA है और दूसरा सिक्योरिटी Key 2FA.


अभी तक टेक्स्ट मैसेज बेस्ड टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन के जरिए आप अपने अकाउंट पर एडिशनल सिक्योरिटी लगा पाते थे. जब भी आप नए डिवाइस पर लॉग-इन करते हैं तो आपसे एक एडिशनल कोड मांगा जाता है जिसे डालने के बाद ही आप अपने अकाउंट को खोल पाते है. 2FA एक तरह से एडिशनल सिक्योरिटी की तरह काम करता है. लेकिन अब 20 मार्च के बाद फ्री में ट्विटर चलाने वालों को ये सुविधा नहीं मिलेगी. ऐसे में आज हम आपको ट्विटर के दो बचे हुए 2FA के बारे में जानकारी देंगे. यानी फ्री यूजर्स के लिए अब केवल यही दो ऑप्शन बचते हैं पहला ऑथेंटिकेशन ऐप के जरिए और दूसरा सिक्योरिटी Key के जरिए. 






जिस तरह अभी तक टेक्स्ट मैसेज पर आपको एक सिक्योरिटी कोड मिलता था ठीक इसी तरह ऑथेंटिकेशन ऐप के जरिए भी आप अपने अकाउंट को वैलिडेट कर पाते हैं. यहां भी आपको 6 डिजिट का कोड मिलता है जो हर 30 सेकंड में रिफ्रेश होते रहता है. ध्यान दें, अगर आप 19 मार्च से पहले टेक्स्ट मैसेज बेस्ड ऑप्शन को बंद नहीं करते हैं तो कंपनी खुद-ब-खुद इसे आपके अकाउंट से हटा देगी साथ ही आपके नंबर को भी हटा दिया जाएगा. ट्विटर के सीईओ एलन मस्क खुद ये बात कह चुके हैं कि ऐप बेस्ड 2FA टेक्स्ट मैसेज से ज्यादा सिक्योर है.


2FA के लिए भरोसेमंद है ये ऑथेंटिकेशन ऐप


यहां हम आपको कुछ टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन ऐप्स के बारे में बताने वाले हैं जिन्हें आप एंड्रॉयड और आईओएस दोनों में डाउनलोड कर सकते हैं.


-Microsoft Authenticator
-Google Authenticator
-Authy (इसमें बिजनेस अकाउंट को पेमेंट करनी पड़ती है)
-Yubico Authenticator


इनमें से कुछ ऐप्स पर आप प्राइवेसी लॉक भी लगा सकते हैं या फिर ऐप लॉक की मदद से इन्हें और सिक्योर बना सकते हैं.


यह भी पढ़ें: दुनिया की सबसे लंबी फोन कॉल कितने देर की है? जवाब होश उड़ा देगा