Google's Bard: चैट जीपीटी के बाजार में सामने आने के बाद गूगल ने भी अपने AI टूल पर काम करना तेज किया और हाल के दिनों में इसे कुछ यूजर्स के लिए लाइव किया गया . गूगल का एआई टूल Bard यूएस में कुछ बीटा टेस्टर्स के लिए जारी किया गया है. हालांकि अभी ये डेवलपिंग स्टेज में है और कई बार गलत जानकारी भी लोगों को दे रहा है. इस बीच ये खबर सामने है कि गूगल जल्द अपने AI टूल को गूगल सर्च के साथ इंटीग्रेट कर सकता है. यानी इस इंटीग्रेशन के बाद जब आप गूगल पर कोई सवाल लिखेंगे तो आपको चैट जीपीटी जैसा जवाब मिलेगा. खैर अभी ये क्लियर नहीं हो पाया है कि कंपनी से किस तरह इंटीग्रेट करेगी.  माइक्रोसॉफ्ट ने अपने ब्राउजर में चैट जीपीटी को इंटीग्रेट किया है. इसे एक्सेस करने के लिए लोगों को बिंग ब्राउजर में मौजूद चैट ऑप्शन पर क्लिक करना होता है. अब देखना होगा कि गूगल किस तरह अपने AI टूल को गूगल सर्च के साथ इंटीग्रेट करता है.


चैटबॉट से गूगल सर्च को नहीं होगा कोई नुकसान- पिचाई 


द वॉल स्ट्रीट जर्नल को दिए गए एक इंटरव्यू में जब सुंदर पिचाई से ये पूछा गया कि क्या यूजर गूगल के जरिए लार्ज लैंग्वेज मॉडल से सवाल-जवाब कर पाएंगे, तो सुंदर पिचाई ने इसके जवाब में हां कहा. यानी कंपनी आने वाले समय में अपने AI टूल को गूगल सर्च के साथ इंटीग्रेट कर सकती है. इसके साथ ही सुंदर पिचाई ने इस बात को भी नकार दिया कि चैटबॉट की वजह से गूगल सर्च बिजनेस को कोई नुकसान हो सकता है.


हाल ही में एक पॉडकास्ट इंटरव्यू में सुंदर पिचाई ने ये बात कही थी कि कंपनी Bard को बेहतर बनाने पर काम कर रही है और ये कंपनी की जिम्मेदारी है कि इसे गूगल सर्च की तरह ही भरोसेमंद बनाया जाएं. दरअसल, शुरुआत में जब इस AI टूल को गूगल ने लॉन्च किया था तो इसने कई गलत जवाब यूजर्स को दिए थे जिसके गूगल को ट्रोल भी होना पड़ा था. इसीलिए अब कंपनी Bard पर फोकस होकर काम कर रही है और इसे सटीक और परफेक्ट बनाना चाहती है.


लॉन्च हुआ चाट जीपीटी का नया वर्जन 


पिछले महीने ओपन एआई ने चैट जीपीटी का नया वर्जन GPT-4 लॉन्च कर दिया है. GPT-4 का एक्सेस केवल प्लस सब्सक्राइबर के पास मौजूद है. नए वर्जन में लोग इमेज के जरिए भी क्वेरी कर सकते हैं. साथ ही ये चैट जीपीटी के पुराने मॉडल से ज्यादा एक्यूरेट और एडवांस है.


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