नई दिल्ली: माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर ने एलान किया है कि वो 1.43 लाख ऐसे एप्स को हमेशा के लिए हटा रहा है जिसने उसकी पॉलिसी का उल्लंघन किया और जो प्लेटफॉर्म के लिए नुकसानदायक है.

ट्विटर ने कहा कि वह ‘‘निगरानी और प्राइवेसी के लिए बड़ा जोखिम खड़ा करने वाले स्पैम और दुर्भावनापूर्ण " जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए अतिरिक्त कदम उठा रही है. बता दें कि इसी महीने ट्विटर ने 70 लाख फेक अकाउंट्स को हमेशा के लिए बंद कर दिया. ट्विटर ने ऐसे एप्स के लिए अपना कानून को कड़ा कर दिया है जिसमें डेवलपर्स को केस रिव्यू और पॉलिसी कंप्लायंस चेक से होकर गुजरना पड़ता है.

ट्विटर ने अपने बयान में कहा कि हम डेवलपर के लिए डिफॉल्ट एप्स भी सेट कर रहे हैं जो सिर्फ 10 ही हो सकते हैं. डेवलपर्स को अगर 10 से ज्यादा एप्स को रजिस्टर करना चाहेगा तो उसे एपीआई पॉलिसी सपोर्ट फॉर्म को भरना होगा.

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक नया डिफॉल्ट एप लाएगा जिसकी शुरूआत 10 सितंबर से की जाएगा इससे यूजर्स को क्रिएट ट्वीट, रिट्वीट, लाइक्स, फॉलो और डाएरेक्ट मैसेज में मदद करेगा. ट्विटर ने लोगों के लिये एक नया विकल्प 'रिपोर्ट ए बैड एप' भी पेश किया है. ट्विटर यूजर्स उसके हेल्प सेंटर में मौजूद इस विकल्प का इस्तेमाल कर उन API (एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस) के बारे में रिपोर्ट कर सकते हैं, जो स्पैम उत्पन्न करते हों या ट्विटर के नियमों का उल्लंघन करता है.